अहिल्याबाई होलकर मुगलों द्वारा ध्वस्त किए गए मंदिरों का पुननिर्माण कराया, वीरेंद्र सिंह मस्त
सुरियावां।। ब्लॉक सभागार सुरियावा में सोमवार को लोकमाता पुण्य श्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की ऋशताब्दी वर्ष के अवसर पर संगोष्ठी सोमवार को संपन्न हुई। वहीं पर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त उपस्थित रहे मुख्य अतिथि वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा लोकमाता अहिल्याबाई होलकर 1725 मे महाराष्ट्र में अहमदनगर जनपद चौड़ी ग्राम सभा में 31 मइ को जन्म लिया था।
अहिल्याबाई होल्कर परम शिव भक्त रही मध्यकाल की विषम परिस्थितियों में भी लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपने अद्दम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुए मुगल आक्रांताओं द्वारा विध्वंस किए गए मंदिरों का पुनर्निर्माण कराया धर्मशाला और बावडिया का भी निर्माण कराया उन्होंने बड़ी संख्या में धर्मशालाएं बावडीया और घाट बनवाया जो समाज कल्याण और धार्मिकता का प्रतीक है। उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है अयोध्या और बैमीषरण्य में भी उन्होंने मंदिरों और घाटों का जीर्णोद्धार कराया सुशासन और धर्म संतुलन बनाए रखा। अहिल्याबाई होल्कर ने अपने काम के प्रति सतर्क रहते हुए राष्ट्र धर्म को निभाया आदर्श शासन की शिल्पकार प्रशासनिक दक्षता अहिल्याबाई होल्कर के कार्यों में भी दक्ष रही ।उन्होंने खुद ही लगान वसूली न्याय और प्रजा की समस्याओं का समाधान का कार्य प्रारंभ किया न्याय प्रती रानी अहिल्याबाई होल्कर एक न्याय प्रिय शासक थी और शासन काल में उन्होने किसी को अन्याय करने नहीं दिया ।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा, पूर्व विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरूध त्रिपाठी , नगर पंचायत अध्यक्ष विनय चौरसिया, अभय राज सिंह, गोवर्धन राय, दिलीप गुप्ता, भारत राज सिंह, स्नेह लता श्रीवास्तव, लालता प्रसाद सोनकर, संतोष तिवारी , स्वरूपा बिन्द, दीपक पाठक, महेंद्र पांडेय, गिरधारी जायसवाल फूलचंद पंकज, आरती सिंह, रेशमा बानो, सहित ग्राम प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य उपस्थित रहे।





