असहाय का सहारा बनी बागेश्वर पुलिस, हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया मृतक का अंतिम संस्कार
पुलिस ने निभाया मानवता धर्म
बागेश्वर। लंबी बीमारी के बाद निधन। शव का वारिस कोई नहीं। पुलिस बनी कर्ताधर्ता। निभाया मानवता का राजधर्म। खुद के खर्चे व हिंदू रीति-रिवाज से क्रिया कर्म कर समाज को सद्भावना का दिया संदेश।
ऋषिपाल पुत्र लल्लू सिंह प्रजापति निवासी शेर कोड, जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश जो विगत कुछ वर्षों से बागेश्वर में रह कर घोड़े की नाल बनाने एवं अन्य छोटी मोटी कारीगरी से अपनी रोजी-रोटी का गुजारा कर रहे थे। जिनके दो पुत्र एवं पत्नी का पूर्व में ही देहावसान हो गया था। पैतृक आवास उत्तर प्रदेश में मात्र एक छोटा सा घर व 80 साल के एक बड़े भाई एवं एक छोटा भतीजा है।
दिनांक 12 सितंबर 2025 को उक्त व्यक्ति की बीमारी से मृत्यु हो गई थी। बागेश्वर पुलिस द्वारा बड़े भाई एवं भतीजे ( उत्तर प्रदेश) को इसकी सूचना दी गई परन्तु उनके द्वारा अत्यंत निर्धनता एवं वृद्धावस्था होने के कारण आने में असमर्थता जताई गयी एवं इनका विधिवत अंतिम संस्कार करने हेतु पुलिस से आग्रह किया गया।
जिस पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बागेश्वर कैलाश सिंह नेगी के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस द्वारा इनका पंचायतनामा पोस्टमार्टम के उपरांत बागेश्वर के सरयू घाट पर पूर्ण हिन्दू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस पूरे दुखद घटनाक्रम के दौरान पुलिस द्वारा दिखाए गए सहयोग, संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई के लिए स्थानीय लोगो ने पुलिस की प्रसंशा की।







