भदोही के वरिष्ठ कालीन निर्यातक का निधन।
*इंडो जर्मन चैंबर ऑफ़ कॉमर्स गोल्ड मेडलिस्ट की विदाई पर कालीन उद्योग शोकाकुल।*
भदोही।भदोही के प्रतिष्ठित कालीन निर्यातक मोहम्मद अली खान का निधन हो गया है। सुबह से ही उनके चौरी रोड स्थित बंगले पर निर्यातक राजनीतिक नेता और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। मोहम्मद अली खान ने कालीन निर्यात के क्षेत्र में विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी। उनके फर्म के कालीन प्राप्त करने के लिए दुनिया भर के आयातको को प्रयास करना पड़ता था। विदेशी आयातक उनसे मिलने और व्यापार करने के लिए उत्सुक रहते थे । उन्हें निर्यात के क्षेत्र में इंडो जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स का गोल्ड मेडल मिला था। यह 80 के दशक में उद्योग जगत के लिए गौरव की बात थी। इसके अलावा उन्हें नीलम संजीव रेड्डी पुरस्कार सहित कोलकाता, दिल्ली, और मुंबई में कई सम्मान प्राप्त हुए थे। मोहम्मद अली खान चार पुत्र और एक पुत्री का परिवार छोड़कर चले गए। उनके निधन से कालीन उद्योग को बड़ा झटका लगा है । बुधवार को स्टेशन रोड स्थित भदोही कोतवाली के पीछे उनके आबाई अली कब्रिस्तान में नमाजे ज़ोहर के बाद उन्हें दफनाया गया। अंतिम संस्कार में बाबू कमरुद्दीन अंसारी, परवेज खान, हाजी मुजाहिद हुसैन अंसारी, जफर अंसारी, यादवेंद्र राय काका, उमेश कुमार गुप्ता पंकज बरनवाल, ओपी गुप्ता सहित कालीन उद्योग से जुड़े कई प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए।
भदोही से ज़ैनुल आब्दीन की रिपोर्ट।





