भीषण गर्मी से जिले में सामान्य जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त
भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही सहित पूर्वांचल के जनपदों में भीषण गर्मी से सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त देखा गया। गर्मी का आलम कुछ ऐसा रहा की दोपहर में दिन का तापमान लगभग 45 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि आंकड़ों के आधार पर देखा जाए इन दिनों पश्चिम भारत क्षेत्र में शुष्क मौसम के साथ पछुआ हवाओं के कारण तापमान में सामान्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस की अधिक औसतन वृद्धि देखी गई है। जिससे मंगलवार की दोपहर में जिले का तापमान लगभग 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में पछुआ हवाओं का वर्चस्व तथा पूर्वांचल के कुछ जिलों में पछुआ और कुछ जिलों में पूर्वा हवाओं दोनों का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है, जिससे तापमान भदोही जनपद में भी सामान्य से 1.6 से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है लेकिन इस बीच बंगाल की खाड़ी में विकसित हुए रेमल चक्रवात के कारण आने वाले दिनों में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। पछुआ हवाओं का वर्चस्व आने वाले दिनों में भदोही जनपद में बना रह सकता है। भारत के पूर्वी राज्यों बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा व बंगाल में तापमान सामान्य दर्ज किया जा रहा है। जिससे आगामी दो-तीन दिनों बाद मौसम में बदलाव देखे जाने का आसार है। बदलाव के बीच बादल युक्त मौसम के साथ बुंदाबांदी और सामान्य से अधिक हवाओं का चलना देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि खगोलीय आधार पर नौतपा जिसमें सूर्य भूमध्य रेखा से कर्क रेखा की तरफ बढ़ता है जिससे सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ने लगती हैं जो तापमान में वृद्धि का कारक बनता है। इस दौरान तापमान अपने चरम पर होता है। जिस कारण मई महीने को वर्ष का सबसे गर्म महीना भी कहा जाता है।
भीषण गर्मी के कारण सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक लोग घरों में कैद रहने के लिए विवश हो जा रहे हैं। तपती दुपहरी के बीच ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सड़के पूरी तरह वीरान हो जा रही है। बहुत ही जरूरी होने पर लोग घरों से बाहर निकल पा रहे हैं। भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के चलते अस्पतालों की ओपीडी दो से ढाई गुना तक बढ़ गई है। महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल के मुख्यचिकत्सा अधीक्षक डॉ संजय तिवारी ने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि सावधानी बढ़ती जाए साथ ही धूप में निकलने से परहेज किया जाए। किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।





